मिथिलेश पाठक…
श्रावस्ती। पंचायती राज की सबसे छोटी इकाई जिसके अंतर्गत ग्रामीण स्तर की प्रशासनिक शक्ति निहित रहती है, को स्वयं शक्ति व देखभाल की जरुरत रहती है। वैसे तो ग्राम पंचायत भवन में ही ग्रामीणों की समस्याओं का हल ढूंढा जाता है। परंतु यहाँ स्वयं ग्राम पंचायत भवन समस्याओं में घिरा नजर आ रहा है।
मामला विकास खंड हरिहरपुररानी के ग्राम पंचायत के जर्जर अवस्था में पहुँचने का है। जहाँ पर सुल्तानजोत के मजरा चहलवा में सड़क के किनारे कई वर्षों से बना पंचायत भवन गिरने के कगार पर है। साथ ही ग्रामीणों ने पूरी तरह से इस पर अपना कब्जा कर लिया है। छत पर धान की खरही नीचे जानवरो को बांध रहे है। आखिर क्या कभी पंचायत भवन को ग्रामीणों के कब्जे से छुटकारा मिल पायेगा,,,,,?