
ईशू केशरवानी की रिपोर्ट,
रीवा। त्योंथर में मिलावटी दूध का दस्तूर लम्बें समय से जारी ऐसा खुद स्थानीय लोगों का कहना बवजूत प्रशासनिक कर्मचारी द्वारा इस ओर कोई भी खास ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं और दूध के नाम पर सफेद जहर के साथ मनमान शुल्क ग्राहकों से वसूला जा रहा हैं। अपने निजी स्वार्थ के लिए कैसे दूध के सप्लायरों द्वारा मिलावटी दूध की बिक्री कर लोगो के सेहत के साथ खिलवाड़ और धोखाधड़ी करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार मोटरसाइकिल, साइकल सहित अन्य माध्यमों से हजारों-हजारों लीटर दूध लाद कर सुबह और शाम घर-घर पहुंचाने वाले इन सप्लायरों द्वारा अलग-अलग क्वाॅलिटी का दूध बताकर 25,30,35,40,50 रूपये लीटर के किमत पर बेच रहें है।
जो कहीं ना कहीं ग्राहकों के मन में मिलावटी अथवा बनावटी दूध का भ्रम पैदा होता हैं। इस लाॅकडाउन में लोगों के मजबूरी का फायदा उठाते हुए मिलावटी और बनावटी दूध का सप्लाई किया जाना लोगों के सेहत के साथ खिलवाड़ करना हैं इन दूध सप्लायरों द्वारा घर के साथ-साथ छोटे बड़े होटलो में भी पूर्ण खाना पूर्ति की जा रहीं हैं। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करवाते हुए दूध की गुणवत्ता व सप्लायरों की जांच करने की मांग करीं हैं।