पटना
मनी लॉन्ड्रिंग केस मामले में मीसा की मुश्किलें बढ़ी, जांच की आंच लालू तक भी पहुंच सकती है
By Editor HariomSep 05, 2017, 14:36 pm
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अरुण सिंह
नई दिल्ली। राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी मीसा भारती पर कार्यपालक निदेशक ने कसा शिकंजा। इस केस से मीसा भारती की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मीसा भारती के दिल्ली के बिजवासन इलाके स्थित फॉर्म हाउस को अटैच किया।
बिजवासन स्थित यह फॉर्म हाउस मीसा और उनके पति शैलेश कुमार का है चूँकि ईडी मीसा भारती और उनके पति के जवाबों से संतुष्ट नहीं है। यह फार्म हाउस शैल कंपनियों के जरिए आए धन से खरीदा गया था। चार शैल कंपनियों के जरिए 1 करोड़ 20 लाख रुपये आए थे। इसी पैसे से यह खरीद हुई। साल 2008-09 में शैल कंपनियों के जरिए पैसा आया था उस समय लालू यादव रेलमंत्री थे। इस मामले में जांच की आंच लालू तक भी पहुंच सकती है।
सीबीआई और ईडी इस मामले में जांच कर रही है। ईडी ने मीसा और शैलेश के ठिकानों पर 8 जुलाई को भी छापेमारी की थी और दोनों से पूछताछ हुई थी। वहीं मीसा के सीए राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी आरोपपत्र दायर कर चुका है।
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मीसा भारती के CA राजेश अग्रवाल है जिनपर ED ने आरोप पत्र दायर कर चुका है। सीए राजेश अग्रवाल, व्यवसायी भाइयों सुरेंद्र जैन व वीरेंद्र जैन और अन्य कंपनियों सहित 35 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। अग्रवाल पर जैन बंधुओं, सुरेंद्र जैन और वीरेंद्र जैन की मदद से संदिग्ध लेनदेन के जरिए काले धन को सफेद करने का आरोप है।
ईडी ने जैन बंधुओं को 20 मार्च को गिरफ्तार किया था। ईडी ने मई में इस मामले में अपना पहला आरोप-पत्र दायर किया था। इसके बाद 22 मई को अग्रवाल को गिरफ्तार किया था फिलहाल राजेश अग्रवाल तिहाड़ जेल में है।