
निखिल विद्यार्थी
मुबंई। हंटर, पार्च्ड, और फोबिया जैसी संवेदनशील फिल्मों में काम कर अपनी एक अलग छाप छोड़ने वाली राधिका आप्टे बॉलीवुड में अपनी खुले विचारों को बेबाकी से रखने के लियी जानी जाती हैं। बोल्ड और विषय-केन्द्रित फिल्मों में काम करना उनकी प्राथमिकता होती है। पिछले साल रिलीज हुई लीना यादव की फिल्म ‘पार्च्ड’ में भी राधिका ने दर्शकों के साथ-साथ आलोचकों की वाहवाही बटोरने में कामयाब हुईं। महिला-केन्द्रिर इस बोल्ड विषय पर बनी फिल्म में राधिका की अभिनय की तारीफ़ देश से बाहर भी की गयी।
बहरहाल, एक बार फिर राधिका आप्टे सुर्खियों में हैं। राधिका इस बार महिलाओं से सम्बन्धित भ्रांतियों के ऊपर खुल कर अपनी विचार व्यक्त की है। महिलाओं के अमूमन पीरियड्स सम्बंधित बातों पर चुप्पी रखने वाली इमेज को तोड़ इस मुद्धे पर एक कार्यक्रम में इन्होने खुलकर अपनी बात रखी है।

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राधिका कहती हैं कि जिस प्रक्रिया का हर महीने महिलाओं के शरीर में प्राकृतिक रूप से होना जरूरी है, उस के बारे में बात करने या उस दौरान कुछ करते समय आखिर महिलाएं घबराती क्यों हैं ?
आजकल राधिका आप्टे अपनी आगामी फिल्म ‘पैड मैन’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। फिल्म में वे अक्षय कुमार और सोनम कपूर के साथ नज़र आएंगी।
आपको बता दें कि यह फिल्म अरुणाचलम मुरूग्नाथम के जीवन पर आधारित है। मुरूग्नाथम महिलाओं को सस्ता सैनिटरी नैपकीन उपलब्ध कराने के लिए जाने जाते हैं।
हाल ही में ‘व्हिस्पर इंडिया’ के साथ जुडी राधिका ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘लड़कियों/महिलाओं को किसी भी काम को चुनने से पहले अपनी पीरियड्स के बारे में नही सोचना चाहिए बल्कि ऐसे समय में उन्हें और भी सहज रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘पीरियड्स के बारे में सोचने से महिलाएं और लड़कियां किसी चीज में हिस्सा लेने में संकोच करती हैं। यह बहुत ज़रूरी है कि उन्हें इन दिनों में और अधिक सहज रहना चाहिए और अपना मनोबल कम नही करना चाहिए।’