New Delhi: बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब के कारण भीषण चक्रवात निवार के 25 नवंबर को तमिलनाडु तट से टकराने की आशंका है। इस दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। राज्य सरकार ने चक्रवात के खतरे से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की। इसमें जिला प्रशासनों को तत्पर और तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही मंगलवार से अगले आदेश तक सात जिलों में अंतर जिला बस सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। कुछ जिलों में ट्रेनें भी आंशिक या पूरी तरह रद कर दी गई हैं। आंध्र प्रदेश में भी प्रमुख विभागों को तटीय एवं रायलसीमा क्षेत्रों के अधिकांश जिलों में अगले तीन दिनों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद हाई अलर्ट पर रखा गया है।
#WATCH Tamil Nadu: Coastal parts of Chennai on alert ahead of Cyclone Nivar. According to IMD, #NivarCyclone is very likely to cross Tamil Nadu & Puducherry coasts between Karaikal & Mamallapuram on 25th Nov evening.
Visuals from the coastal town of Marakkanam. pic.twitter.com/i5y87npjbF
— ANI (@ANI) November 24, 2020
भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी में दक्षिण पश्चिम तथा दक्षिण पूर्व में बना निम्न दाब सोमवार को 11.30 बजे पुडुचेरी से 520 किलोमीटर पूर्व- दक्षिणपूर्व तथा चेन्नई से 560 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में स्थित था और यह 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटे में इसके और तीव्र होकर चक्रवात में बदलने की पूरी संभावना है। यह तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों से 25 नवंबर को दोपहर करईकाल तथा मामल्लापुरम के बीच 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से टकरा सकता है और इसकी गति बढ़कर 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
चक्रवात के असर से तमिलनाडु और पुडुचेरी में 24 से 26 नवंबर तक भारी बारिश हो सकती है। इस कारण नागपट्टनम जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है तथा मछुआरों को 26 नवंबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने एक समीक्षा बैठक कर अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों तथा अधिकारियों को पूरी तरह सतर्क रहने और एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। पुडुकोटई, कुड्डालोर, नागपट्टनम, तंजावुर, विल्लुपुरम व चेंगलपट्टु जिलों खासतौर पर तैयार रहने को कहा गया है।
निपटने की तैयारियां पूरी, एनडीआरएफ तैनात
खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ की छह टीमें कुड्डुलोर में तथा दो टीमें चेन्नई में जरूरी उपकरणों के साथ तैनात की जा रही हैं। राजस्व मंत्री आरबी उदयकुमार तथा बिजली मंत्री थंगमणि ने आशंकित आपदा से निपटने की तैयारियों पर संतोष जताया है। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सभी इंतजाम कर लिए गए हैं तथा राहत शिविरों में कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जा रहा है। इस बीच, एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने नई दिल्ली में बताया कि चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो के लिए 30 टीमें तैयार की गई हैं। इनमें से 12 टीमों की पूर्व तैनाती कर दी गई है तथा 18 टीमों को तैयार (स्टैंडबाय) रखा गया है।