क्षेत्राधिकारियों की लोकेशन न मिलनें पर स्नेहा तिवारी सहित चार सीओ से माँगा स्पष्टिकरण…
–ताबिश अहमद
वाराणसी: बीती रात वाराणसी शहर की सड़कों पर पिकेट का जायजा लेने के बाद देर शाम वाराणसी पुलिस महानिरीक्षक ने कई पुलिसकर्मियों के ड्यूटी से नदारद मिलने पर गुरूवार को 10 सिपाहियों को लाईन हाज़िर करते हुए दो अन्य सिपाहियों को अवैध वसूली का प्रयास करने का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है।
वहीं रात में भ्रमण न करने पर चार क्षेत्राधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है। इसमें सीओ दशाश्वामेध स्नेहा तिवारी जैसी कुशल अधिकारी भी शामिल हैं। आईजी के इस क़दम के बाद से पूरे पुलिस महकमे में हडकंप मच गया है।
बीती रात पुलिस महानिरीक्षक दीपक रतन वाराणसी रेंज ने जनपद की गश्त और पिकेट ड्यूटी का जायजा लिया। जिसमे पुलिस लाईन, राजघाट, भदऊ चुंगी, सुड़िया तिराहे, नरिया तिराहा, सुन्दरपुर तिराहा, सिगरा चौराहा पर लगे ड्यूटिरत्त सिपाही सतर्क पाए गये। वहीं आशापुर चौराहे पर पिकेट ड्यूटी में लगे आरक्षी, प्रह्लादघाट पर लगे आरक्षी, हरतीरथ चौराहे पर लगे सिपाही, थाना लंका, मालवीय गेट बीएचयू, तथा सुन्दरपुर चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मी अपने कार्यों के प्रति लापरवाह और उदासीन पाए गये।
वहीं इस पूरे निरिक्षण में ककरमत्ता पिकेट पर तैनात सिपाही ट्रकों से अवैध वसूली में लिप्त पाए गये। जिसके बाद पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी रेंज दीपक रतन ने देर शाम अपने कार्यालय से आदेश जारी करते हुए 10 सिपाहियों को लाइन हाज़िर और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
इसके अलावा 10 आरक्षी को भी आईजी रेंज नें लाईन हाज़िर किया है। जिसमे सारनाथ थाने के आरक्षी विनोद यादव एवं रामप्रकाश यादव, आदमपुर थाने के आरक्षी विसेंद्र यादव एवं रामाशीष, थाना कोतवाली के आरक्षी श्रीराम कुमार और चन्द्र प्रकाश एवं लंका थाने के आरक्षी शैलेन्द्र कुमार सिंह, विक्रम सिंह आज़ाद, आशोक कुमार यादव एवं राणा प्रताप सिंह शामिल हैं।
अवैध वसूली पर दो सिपाही निलंबित
वहीं ककरमत्ता पिकेट चेक करने के दौरान पुलिस महानिरीक्षक दीपक रतन को कमल मौर्या और सुमित राय द्वारा ट्रकों को रोककर वसूली करते हुए पाया गया जिसपर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक ने बुधवार की रात 1 बजे के करीब सभी क्षेत्राधिकारियों की लोकेशन जननी चाही लेकिन सिर्फ क्षेत्राधिकारी चेतगंज की लोकेशन प्राप्त हो पायी। जिसपर उन्होंने सीओ कैंट, कोतवाली, दशाश्वमेध और भेलूपुर का रात्रि भ्रमण न किये जाने पर स्पष्टीकरण भी उन्होने मांगा है।