हांगकांगः लंबे समय से चली आ रहे अयोध्या भूमि विवाद मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के निष्पक्ष फैसले का स्वागत करते हुए, हॉन्गकॉन्ग में सभी भारतीय समुदायों हिंदू, मुस्लिम, सिख, सिंधी ने इस अवसर को एक उत्सव के रूप में मनाया जिसमें हजारों दीप जलाए गए। कार्यक्रम का आयोजन विश्व हिंदू इकनॉमिक फोरम के अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के ट्रस्टी सोहन गोयनका और ओएफबीजेपी द्वारा किया गया था।
सोहन गोयनका, ओएफबीजेपी ने कहा कि श्री राम केवल हिंदुओं के लिए एक आदर्श नहीं हैं, बल्कि संपूर्ण देश के राष्ट्रनायक हैं। उनकी विचारधारा को आदर्श मानते हुए हम धर्मनिरपेक्षता का अनुसरण करना चाहिए और देश में शांति, सौहार्द और समृद्धि बनाए रखने पर जोर देना चाहिए। मेरा मानना है इस फैसले पर प्रवासी भारतीयों का जोश वास्तव में सराहनीय है कि आज शहर में दंगों के बावजूद, सभी समुदायों के एनआरआई बड़ी संख्या में उच्चतम न्यायालय के निष्पक्ष फैसले का समर्थन करने और स्वागत करने के लिए आगे आए हैं।
सिंधी समुदाय से राजू सबनानी और ब्राह्मण समुदाय से आशु भार्गव, कुलदीप बुथर, सिख आदि सभी प्रवासी भारतीयों ने फैसले के समर्थन में बहुत उत्साह और खुशी व्यक्त की और राम, लक्ष्मण और सीता की पूजा करते हुए रामचरित मानस और दीप प्रज्ज्वलित किया और लंबे समय से टल रहे फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया। यह मुद्दा भारत में, दो समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध के बीच की सबसे बड़ी बाधा था। गौरतलब है अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए हांगकांग के सभी एनआरआई 2 करोड़ का योगदान दे चुके हैं।
सभी धर्मों के भारतीयों ने हांगकांग में दीपोत्सव के साथ अयोध्या फैसले का किया भव्य स्वागत…देखिये