New Delhi: कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा के कमल को थाम लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सिंधिया ने बुधवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ली। भाजपा ने भोपाल में सिंधिया के स्वागत के लिए जोरदार तैयारियां की है।
भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भोपाल के दौरे पर रहेंगे। सिंधिया दोपहर विमान से भोपाल पहुंचेंगे। राजा भोज एयरपोर्ट से बीजेपी कार्यकल तक उनके रोड शो की तैयारी की गई है, यहां से वो भाजपा कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर पहुंचेंगे।
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राजनाथ सिंह से मिले सिंधिया
भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा नेताओं के साथ मुलाकात शुरू कर दी है। इसी दौरान वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचे, दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई।
सिंधिया के लिए स्वागत कार्यक्रम
भाजपा कार्यालय में ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
Madhya Pradesh: Hoardings put up near BJP party office in Bhopal to welcome #JyotiradityaScindia. He joined the party yesterday in Delhi, in the presence of party president Jagat Prakash Nadda. pic.twitter.com/F6WD97SkJ9Madhya Pradesh: Hoardings put up near BJP party office in Bhopal to welcome #JyotiradityaScindia. He joined the party yesterday in Delhi, in the presence of party president Jagat Prakash Nadda.
पार्टी से दे रहे इस्तीफा
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कई अन्य लोगों ने भी पार्टी छोड़ना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश के लगभग हर हिस्से से इस्तीफे आने शुरू हो गए हैं। सिंधिया के पार्टी में शामिल होने के बाद अब तक सैकड़ों कार्यकर्ता और पार्टी के पदाधिकारी ने भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई है।
राज्यसभा उम्मीदवार बनाया
पार्टी में शामिल होने के साथ ही भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाने का एलान कर दिया है। माना जा रहा है कि बजट सत्र की समाप्ति के बाद संभावित कैबिनेट विस्तार में सिंधिया को केंद्र सरकार में भी स्वतंत्र प्रभार के मंत्री की कुर्सी मिल सकती है।
जफर इस्लाम ने भी अहम भूमिका
सिंधिया काफी अरसे से यह संदेश दे रहे थे कि वह कांग्रेस से नाराज हैं लेकिन खुले तौर पर भाजपा की ओर झुकाव का संकेत देने से बच भी रहे थे। माना जा रहा है कि पिछले एक पखवाड़े में जब उनकी नाराजगी चरम पर थी, तब भाजपा के कुछ नेताओं की ओर से संपर्क साधा गया था। पार्टी प्रवक्ता जफर इस्लाम ने भी अहम भूमिका निभाई।