मिथिलेश पाठक,
श्रावस्ती। भाजपा के कद्दावर नेता और केंद्र सरकार में लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने श्रावस्ती जिले के भिनगा में स्थित अलक्षेन्द्र इंटर कालेज मैदान में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने जहां सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टियों को कोसा वहीँ केंद्र सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल का बखान करते हुए जनता से भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन की अपील किया।
मंच से संबोधन की शुरुआत -में ही केन्द्रीय मंत्री ने कहा की जो तीन चरणों का मतदान हो चुका है उनमे भाजपा का पक्ष भारी है। जनता पूर्ण परिवर्तन के संकल्प के साथ भाजपा को समर्थन दे रही है।
सपा पर जुबानी वार करते हुए उन्होंने कहा की पूरे प्रदेश में जंगल राज है, जाकी लाठी उसकी भैंस की तर्ज पर सरकार चल रही है। गरीबो की जमीनों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं। थाने में सामान्य आदमी की रिपोर्ट नही लिखी जाती, उन्होंने श्रावस्ती जिले का जिक्र करते हुए कहा की हाल के दिनों में यहां भी बाहुबलियों ने आधिपत्य जमाया है।
श्रावस्ती जिले के सिरसिया इलाके में लगभग 10 वर्ष पूर्व हुए धन्नीडीह-धर्मंतापुर कांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की आज भी लोग यहां सांप्रदायिक माहौल को ख़राब करने में लगे है, हालांकि उन्होंने कहा की राजा भिनगा ने हमेशा साम्प्रदायिकता का विरोध किया है। गरीबों पर यहां बीते दिनों में जुल्म ढाया गया कई लोगों ने हमे फोन से बताया। यही हाल समूचे सूबे का है जहां गरीबो का कोई सुनने वाला नही है।
सपा सरकार के काम बोलता है विज्ञापन का जिक्र करते हुए कहा की काम नही कारनामे बोलते हैं। स्माजवादी पार्टी के शासन में महिलाओं की इज्जत लूटी गई। बालिकाओं को हवस का शिकार बनाया गया, समूचे सूबे में आये दिन बहन बेटियों से दुष्कर्म की घटनाये आम हो गई हैं। सत्ता में बैठे रसूखदार लोगों के इशारे पर बलात्कारी पल रहे हैं। सरकार बलात्कारियों का संरक्षण कर रही है। 100 नंबर भी बहन बेटियों की इज्जत नही बचा पा रहा है। पूरा प्रदेश धू-धू कर जल रहा है। पुलिस के खाली पद नही भरे जा रहे। गांव में सड़के बदहाल है केवल शहर में विकास कर रहे। अस्पताल में डाक्टर नही, स्कूलों में मास्टर नही, गांवो में मात्र चार घंटे की बिजली मिल रही। जब प्रधानमन्त्री जी ने यही कहा तो सीएम कहते हैं कसम खाएं।
बाढ़ आपदा का जिक्र करते हुए कहा की किसानो को मुआवजा नही मिला। जबकि केंद्र सरकार ने बाढ़ के दौरान 300 करोड़ दिया और बाद में 4000 करोड़ का स्पेशल पैकेज बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिया। लेकिन मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी समर्थक किसानों को ही केवल आपदा के दौरान पैसा दिया। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा की भेदभाव पैदा करने वाली सरकार को उखाड़ फेंकना है।
केंद्र सरकार को किसानो का हितैषी बताते हुए कहा की पहले किसानो के 50 प्रतिशत फसल की बर्बादी पर मुआवजा मिलता था। लेकिन अब मात्र 33% फसल बर्बादी पर मुआवजा देने की व्यवस्था बनाई गई है। पिछली सरकार में किसानो के बीमे पर प्रीमियम ज्यादा था हमने उसे कम किया। अब जितने का बीमा किसान कराएगा हमारी सरकार में उतने पर पूरा मुआवजा मिलेगा।
उत्तर प्रदेश की सरकार किसानो के बीमा में हीलाहवाली कर रही है। जबकि अन्य प्रदेश में लगातार बीमा हो रहा। हमने यूरिया नीम कोटेड किया जिसका सीधा लाभ किसानो को मिला। यूपी में सरकार बनने पर 14 दिन में गन्ना किसानो का भुगतान होगा। श्रावस्ती में 7 हजार लोगो को बिना किसी भेदभाव के मुफ्त सिलेंडर दिया गया। बिना गारंटी के 10 लाख तक कर्ज देने की व्यवस्था मोदी जी ने शुरू की है।
सूबे में बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा की चपरासी की नौकरी के लिए पीएचडी किये लोग अप्लाई कर रहे। यह प्रतिभा का अपमान नही तो और क्या है। सूबे भर में नौजवान नौकरी के लिए भटक रहे। और सरकार सो रही है। सरकार चाहती तो निजी कम्पनियों के द्वारा युवावो को रोजगार देने की व्यवस्था कर सकती थी। राज्य सरकार को करनी चाहिए थी। नौजवानों में स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता है जो सूबे की सरकार नही कर रही। यूपी की सरकार गरीबो, किसानो और नौजवानों के लिये कुछ करना नही चाहती है।