New Delhi: साल 2020 का दूसरा और आखिरी सूर्यग्रहण आज शाम सात बजे से लगने वाला है। इसकी अवधि कुल पांच घंटे की होगी। शाम 07 बजकर 03 मिनट पर लगने वाला ग्रहण रात को 12 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। इससे पहले 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था। इसका प्रभाव मनुष्यों पर पड़ता है। इसलिए कुछ सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक प्रारंभ हो जाता है। हालांकि, भारत में ये ग्रहण नजर नहीं आएगा। इसलिए सूतक नहीं लगेगा। इसके बाद भी सूतक के नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें।
ये सावधानियां जरूरी
सूर्यग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक शुरू हो जाता है। इसका हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है। यही कारण है कि इस समय शोर मचाना, खाना-पीना और कोई भी अन्य शुभ कार्य करने की मनाही होती है। खाने के समान में तुलसी पत्ता डाल दें। इससे ग्रहण के प्रभाव से चीजें खारब नहीं होंगी।
सूतक लगने के साथ ही खाद्य सामग्रियां दूषित हो जाती हैं। इसके चलते खाना पीना मना होता है। इस सोना भी मना होता है। हालांकि, बच्चों, वृद्धों और बीमार लोगों पर यह नियम लागू नहीं होता।
सूतक के दौरान तुलसी के पत्ते को तोड़ना और छूना मना होता है। इस दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी स्पर्श करना मना होता है। इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
ग्रहण के पहले और बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान करना चाहिए। इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए जीभ पर तुलसी का पत्ता रखना चाहिए। हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ भी लाभकारी माना जाता है।
ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं की मूर्ति छूने की मनाही होती है, लेकिन इस दौरान मंत्रों का जाप करना काफी फलदायी होता है। ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान और दान करें। घर में गंगाजल का छिड़काव करें।