‘फ़ोन’ के आविष्कारक सर अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की प्रेमिका का नाम ‘मार्गरेट हैलो’ था…

स्वेता कमल
लाइफ डेस्क। आज की इस आधुनिक जीवन-शैली में ‘फ़ोन’ का प्रयोग साधारण- सी बात हो गई है। हम हर दिन अपने प्रियजनों तथा अन्य लोगों से फ़ोन पर घंटों बातें करते हैं।
पर क्या हमने इस बात पर कभी विचार किया है कि जिस ‘हैलो’ शब्द का प्रयोग हम फ़ोन पर संबोधन के लिए प्रयोग करते हैं, उस ‘हैलो’ की क्या कहानी है?
चलिए आज हम आपको बताते हैं की इस ‘हैलो’ की कहानी अत्यंत ही रोचक है। दरअसल, ‘फ़ोन’ के आविष्कारक सर अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की प्रेमिका का नाम ‘मार्गरेट हैलो’ था।
बेल ने फ़ोन पर सबसे पहले मार्गरेट से ही बात की थी। हम जानते हैं कि “प्रेम की अपनी ही परिभाषा होती है।” बेल ने अपनी प्रेमिका को प्यार से ‘हैलो’ कहकर संबोधित किया था। धीरे-धीरे इस संबोधन ने प्रसिद्धि पाई।
इस तरह ‘हैलो’ शब्द फ़ोन के संबोधन का प्रतीक बनी। इससे स्वाभाविक है कि ग्राहम बेल के साथ-साथ मार्गरेट हैलो का नाम भी अमर हो गया।