जांजगीर। चम्पा जिले के बाराद्वार में नगर पंचायत का नया कारनामा देखने को मिला है 2015 में सामुदायिक भवन का भूमि पूजन का शिलान्यास और भवन का उद्घाटन अलग-अलग नामों से कर दिया गया है।
इस मामले की जानकारी तब लगी जब वार्ड नं. 2 के दिवंगत पार्षद अभिनव मौर्य के परिवार के नज़र में भवन में लगे हुए शिलान्यास पत्थर पर गया। 2015 में जब भाजपा के युवा नेता अभिनव मौर्य की अचानक मृत्यु हुई तो उसके सपने को पूरा करने बाराद्वार के तत्कालीन विधायक खिलावन साहू ने ऐलान किया था कि वार्ड नं 2 में बनने वाला भवन अभिनव की स्मृति में बनाया जाएगा।
आपको बता दें, दिवगंत अभिनव मौर्य बहुत ही छोटी सी उम्र में भाजपा के युवा नेता होने के साथ महज 21 वर्ष की आयु में नगर पार्षद का चुनाव लड़ा व जीत हासिल की। जो उनकी लोकप्रियता को बताती है। इसी लोकप्रियता को देखते हुए विधायक ने उनकी आकस्मिक निधन पर वार्ड में एक सामुदायिक भवन उनके नाम से बनाने की घोषणा विधायक निधि भूमि पूजन कर भवन का शिलान्यास किया गया।
जिसमें अभिनव की स्मृति थी पर दो साल बाद 2017 में भवन का उद्घाटन हुआ तो उसमें नगर पंचायत की गलती उभर कर सामने आ गयी। दो साल पहले लगाए गए नगर पंचायत के जवाबदारों ने शिलालेख को दरकिनार करते हुए अपने मन मुताबिक भवन के नाम में परिवर्तन कर दिया।
इतना ही नहीं सार्वजनिक रूप से ऐलान करने वाले विधायक खिलावन साहू भी अपना वादा भूल गए और लापरवाही पूर्वक सामुदायिक भवन का उद्घाटन कर दिया गया। एक 21 साल के युवा नेता और पार्षद को इतनी जल्दी अपनी स्मृतियों से और भवन के शिलालेख से हटा देना वाकई में दुखदायी है।
सवाल ये उठता है कि पहले किये गए भूमि पूजन व शिलान्यास का पत्थर कहाँ गया ऐसा क्या हुआ जो इस तरह की राजनीति दिवंगत के नाम से करनी पड़ी आखिर कार इसका जिम्मेदार कौन?