
संजीव दुबे
नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मुख्य सेवक यानी अरविंद केजरीवाल की सरकार बनने के ढाई साल बाद केजरीवाल पहला
विभाग अपने पास रख सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री जल विभाग अपने पास रख सकते हैं।
बवाना में आप की शानदार जीत के बाद पूरी दिल्ली में सीवेज और पानी की लाइनों को हर कॉलोनी व गली में पहुंचाना सरकार का सबसे बड़ा मिशन है।
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बवाना चुनाव के समय केजरीवाल गली-गली घूमे थें, तब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या सीवेज और पानी की ही आई थी। अगले ढाई साल में सरकार का फोकस सीवेज और पानी पर होगा। क्योंकि यह हर घर से जुड़ा मुद्दा है। सीएम चाहते हैं कि इस मसले पर रोजाना मॉनिटरिंग हो।
अभी सीएम सभी विभागों के कामों का समय-समय पर रिव्यू करते हैं। अब वह जल विभाग की सीधी मॉनिटरिंग कर सकते हैं। सरकार का मानना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और ट्रांसपॉर्ट पर हुए कामों से जनता संतुष्ट है। सीएम को अच्छा फीडबैक मिल रहा है, लेकिन सीवेज, पानी अब भी चुनौती हैं।
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सीएम ऑफिस के जन शिकायत विभाग में पानी पर काफी शिकायतें आती हैं, जिनकी निगरानी सीधे सीएम ऑफिस करता है और समय-समय पर संबंधित विभाग को आदेश दिए जाते हैं। दिल्ली कैबिनेट में 19 मई को दो नये मंत्री शामिल किए गए थे। राजेंद्र पाल गौतम को जल विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी।
उनके पास कई और विभागों का भी कार्यभार है। कुछ समय पहले भी मंत्रियों के विभागों में फेरबदल हुआ था। बता दें, राजेंद्र पाल गौतम से पहले जल विभाग कपिल मिश्रा के पास था।