
अनिल आर्यन
नई दिल्ली: आजकल महिलाएं पुरुषों के साथ हर क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चल रहीं हैं। आजकल की बेटियां किसी मामले में बेटों से कम नहीं हैं। इनकी प्रतिभा की लोहा पूरी दुनिया मान चुकी है। जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना, भारतीय नौसेना ने शुभांगी स्वरूप को पहली महिला पायलट के तौर पर कमीशन कर इतिहास रच दिया है।
इस कमीशनिंग के साथ शुभांगी को भारतीय नौसेना के पहली महिला पायलट बनने का गौरव प्राप्त हो गया है। केरल के कन्नूर के एझीमाला में आयोजित इंडियन नेवल अकेडमी की पासिंग आउट परेड में शुभांगी स्वरूप के साथ आस्था सहगल, रूपा ए और शक्तिमाया एस भी शामिल थीं।

File Photo: शुभांगी स्वरूप पहली महिला पायलट
लेकिन पहली महिला पायलट बनने का गौरव शुभांगी स्वरुप को हांसिल हुआ और माना जा रहा है कि उनकी तैनाती टोही विमानों के लिए हो सकती है। बुधवार को आयोजित इस परेड में 328 कैडेट शामिल हुए इसमें इंडियन कोस्ट गार्ड सहित दो ओवरसीज कैडेट भी शामिल हुए।
ओवरसीज कैडेट में तंजानिया और मालदीव के कैडेट शामिल थे। पहली महिला पायलट बनने के बाद उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली शुभांगी स्वरूप ने कहा कि मुझे मालूम है कि यह सिर्फ एक रोमांचक अवसर नहीं बल्कि एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है।
पहली महिला पायलट शुभांगी हैदराबाद के दुंदीगल एयर फोर्स अकादमी भी विशेष ट्रेनिंग के लिए जाएंगी। आस्था सहगल ने कहा कि नेवी के इतिहास में यह भी पहलीबार होगा जब नेवल अर्मामेंट इंसपेक्सन ब्रांच में अधिकारी के तौर पर शामिल किया जाएगा
इस बदलाव के बाद भारतीय महिलाओं को एक अलग तरह की पहचान मिलेगी। महिलाओं को मिल रही जिम्मेदारियों के बाद चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि वैसे तो इंडियन नेवी में महिलाओं की एंट्री 1991 में ही मिल गई थी लेकिन शुभांगी, आस्था सहित नई लड़कियों की इस पहल के बाद महिलाएं तेजी से शामिल होंगी। कार्यक्रम में एडमिरल ने 9 बेहतरीन मिडशिपमेन और कैडेट को मेडल भी दिया।