नई दिल्ली। इन दिनों कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा से गले लगने को लेकर सियासत तेज हो गयी है। इस मामले पर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने बचाव में कहा कि वह पाक आर्मी चीफ से सिर्फ एक सेकेंड के लिए गले मिले थे। यह कोई राफेल डील नहीं थी।
उन्होंने कहा कि जब दो पंजाबी मिलते हैं तो वे एक दूसरे को गले लगाते हैं। पंजाब में यह एक आम बात है। सिद्धू ने आगे कहा कि मैं समझता हूं कि करतापुर कॉरिडोर दोनों देशों के बीच एक पुल का काम करेगा और दुश्मनी को मिटाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाएगा। यह मेरा विश्वास है कि इसमें संभावनाएं हैं।
The hug(with Pakistan Army Chief) was for hardly a second, it was not a #RafaleDeal . When two Punjabis meet they hug each other, its normal practice in Punjab.: Navjot Sidhu in Lahore pic.twitter.com/zZemyh0qls
— ANI (@ANI) November 27, 2018
बता दें, अगस्त के महीने में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने सिद्धू पाक गए थे। वहां वो बाजवा से गले मिले थे। इस पर भाजपा ने सिद्धू और कांग्रेस पर निशाना साधा था। भाजपा का आरोप था कि बाजवा भारत में होने वाली जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार हैं। यहां आतंकी हमलों में नागरिकों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। लेकिन इसके बावजूद सिद्धू बाजवा से गले लगे।