पटना। राजद प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार ने बिहार विधानसभा के चुनाव पर नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चुनाव आयोग को गंभीरता से विचार करना चाहिए। चुनाव आते हैं और जाते भी हैं, सरकार बनती है और बिगड़ती भी, परंतु अगर राज्य की जनता कि शवों के ऊपर सरकार बनती है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण बात होगी।
बिहार में जिस प्रकार तेजी से कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है। अब पटना में घर से निकलने में भी डर लग रहा है। ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग किस प्रकार चुनाव करवाएगी।
यह सोचने की बात है जदयू एवं भाजपा के लोग गरीबों के लाशों के ऊपर राजनीति करना चाह रही है। अभी राज्य में कोरोना दूसरे दौर में पहुंच चुकी है। सरकार जांच में तेजी भी नहीं ला रही है। अगर चुनाव हुए तो कोरोना को तीसरे चरण में जाने से कोई नहीं रोक सकता और तीसरे चरण में जाने का मतलब है कि बिहार में स्थिति मुंबई से भी भयानक हो जाएगी।
कोरोना को कम्युनिटी ट्रांसफर से रोकना होगा। जिसे सोचकर ही आत्मा कांप जाती है। नीतीश जी चाह रहे हैं की उनके मुख्यमंत्री रहते चुनाव हो जाए परंतु राज्य की स्थिति ऐसी नहीं है कि अभी चुनाव कराया जा सके अभी के हालात को देखते हुए चुनाव अयोग एक बार पुनः सर्वदलीय बैठक करा कर लोगों को इस पर राय ली जानी चाहिए तथा जनता के हितों को भी ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग को निर्णय लेने की जरूरत है।