रमेशपुरी गोस्वामी
राजस्थान (कोटा)। एमबीएस अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया, जब आईसीयू मे कुछ तांत्रिक मरीज की आत्मा वापस लाने के लिए टोना-टोटका करने लगे। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें रोकने का प्रयास तक नहीं किया। करीब आधा घंटे तक अस्पताल में टोना-टोटका चलता रहा।
पुलिस व प्रबंधन मुक दर्शन बना रहा…
अस्पताल स्टाफ का कहना था कि टोटका करने वालों की संख्या ज्यादा थी। एसे में उन्हें रोकने के प्रयास में हंगामा होने की संभावना थी।इसलिए प्रशासन चुप ही रहा। मामले के अनुसार करीब दो साल पहले अजमेर जिले के केकड़ी के पास स्थित सांवर गांव निवासी रमेश की एमबीएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
उसके परिवार के करीब तीन दर्जन सदस्य अस्पताल पहुंचे। इनमें से अधिकांश अस्पताल के बाहर ही रूक गए और तीन-चार तांत्रिक स्टील का पीपा, निम्बू, कपड़ें, मटका समेत कुछ सामान लेकर आईसीयू में घुस गए। इसके बाद जहां मृतक रमेश भर्ती था। उस पलंग के पास करीब आधा घंटे तक टोना-टोटका करते रहे। इसके बाद मृतक के परिजन अस्पताल परिसर में क्रोस का निशान लगाकर चले गए।
यह घटनाक्रम न्यूरो सर्जरी के आईसीयू में हुआ। वहां क्रमिक एवं सुरक्षा गार्डों ने भी उन्हें नही रोका। जबकि इसी वार्ड मे भर्ती अन्य मरीजों को इन्फेक्शन का खतरा बना हुआ था। मृतक के परिजनों ने बताया कि दो साल पहले रमेश की मौत हो गई थी। एसे में उसकी आत्मा वापस लेने आए हैं।
अस्पताल उप अधीक्षक डॉ. करनेश गोयल ने कहा कि आईसीयू में जिन लोगों ने टोना-टोटका किया है उनके साथ कई लोग आए थे। एसे में मना करने पर हंगामा और मारपीट की अशंका थी इसलिए उन्हें ऐसा करने से नहीं रोका गया।