Patna: विधानसभा में आज मंगलवार (24 नवंबर) को उलट-फेर के आसार हैं। विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राजद की ओर से पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है। इसकी भनक एनडीए खेमे को लग चुकी है। इसलिए सत्ता पक्ष में बेचैनी है। हालांकि राजद मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही तय कर पाएगा कि उसकी आखिरी रणनीति क्या होगी।
कल होना है चुनाव
विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव बुधवार को होना है। राजभवन से जारी शिड्यूल के मुताबिक इस पद के प्रत्याशी को मंगलवार दोपहर 12 बजे तक ही नामांकन करना जरूरी होगा। जदयू-भाजपा में समझौते के तहत स्पीकर का पद भाजपा के कोटे में गया है। इसके लिए अभी तक नंद किशोर यादव का नाम चलाया जा रहा था परंतु भाजपा ने आखिरी वक्त में अपना प्रत्याशी बदल दिया है। अब पूर्व श्रम संसाधन मंत्री और भाजपा के खाटी कार्यकर्ता विजय कुमार सिन्हा का नाम तय किया गया है।
यहीं से होगा राजद का खेल
राजद का खेल यहीं से शुरू हो सकता है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अगले दिन की रणनीति को लेकर सोमवार ( 23 नवंबर ) को देर रात तक अपने सहयोगियों से विमर्श करते रहे। प्रारंभिक योजना के मुताबिक राजद की ओर से प्रत्याशी देने का विचार किया जा रहा है। इसके लिए वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी के नाम को आगे किया गया है। किंतु सदन में माहौल देखकर दूसरी चाल के लिए भी पूरी तैयारी है। तेजस्वी एक तीर से दो शिकार करना चाह रहे हैं।
मंगलवार सुबह राजद विधायक दल की बैठक में सहमति बनी तो दूसरी चाल पर अमल होगा। राजद की ओर से अध्यक्ष पद के लिए जीतनराम मांझी के नाम को उछाला जा सकता है, जो अभी प्रोटेम स्पीकर हैं। राजद के इससे दो मकसद सध सकते हैं। एक तो वह मांझी के सहारे भाजपा और जदयू को असहज कर सकते हैं और दूसरा मांझी के नाम पर दलित कार्ड खेला जा सकता है। हालांकि यह सबकुछ इस बात पर भी निर्भर करेगा कि मांझी खुद को इसके लिए तैयार कर पाएंगे या नहीं। नीतीश कुमार से हालिया निकटता को देखते हुए इस बात की संभावना कम ही है।