New Delhi: दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत (70) ने अपनी खराब सेहत की वजह से चुनावी राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है। उन्होंने मंगलवार को तमिल में लिखी एक चिट्ठी जारी कर कहा कि वे चुनाव में उतरे बिना ही लोगों की बाहर से सेवा करेंगे।
रजनीकांत 25 दिसंबर को ब्लड प्रेशर में हो रहे उतार-चढ़ाव और थकान महसूस होने के बाद हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए थे। दो दिन बाद उन्हें छुट्टी दी गई। डॉक्टर्स ने रजनी को एक सप्ताह तक बेड रेस्ट, कम से कम फिजिकल एक्टिविटीज और कोरोना से बचे रहने की सलाह दी थी।
31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान करने वाले थे
3 दिसंबर को रजनीकांत ने पार्टी बनाने और 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि वे 31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान करेंगे।
सालभर पहले कमल हासन से गठबंधन की बात कही थी
रजनीकांत ने पिछले साल एक्टर कमल हासन के साथ गठबंधन करने की बात कही थी। तब रजनीकांत ने कहा था कि राज्य की जनता के हितों को देखते हुए यदि कमल हासन के साथ गठबंधन करने की स्थिति बनती है, तो वे जरूर एक-दूसरे के साथ आएंगे।
रजनीकांत अगर चुनाव में उतरते तो वे राजनीति में एंट्री करने वाले साउथ की फिल्मों के 8वें दिग्गज होते। ऐसे बड़े नामों में डॉ. एमजी रामचंद्रन, एम करुणानिधि, जे जयललिता और कमल हासन शामिल हैं।