भोपाल। MP चुनाव में अब चुनाव प्रचार खत्म हो चुके है। एक तरफ जहां भाजपा प्रदेश में अपनी सत्ता बरकार रखने की पूरी कोशिश में लगी है, तो वहीं दूसरी तरफ पिछले 15 सालों से सत्ता से दूर रही कांग्रेस इस बार अपनी वापसी के लिए भी पूरी ताकत लगाती हुई नजर आ रही है।
आपको बताते चले इस बार के चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान को ही CM पद का दावेदार बनाया है। मगर दूसरी तरफ कांग्रेस ने अभी तक अपनी CM पद का दावेदार घोषित नहीं किया है। कांग्रेस ने फैसला किया है कि विधायक दल की बैठक में नेता चुना जाएगा।
मगर इन सब के बीच कांग्रेस में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही CM पद का दावेदार बताया जा रहा है। तो यह माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में येही तीन CM पद के बड़े देवदार है।
आज हम आपको बताने जा रहे है कि इन तीनों राजनीतिक जीवन के बारे। सबसे पहले हम बात करते है वर्तमान CM शिवराज सिंह चौहान की। शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च 1959 में हुआ था। उन्होंने भोपाल के बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र से मास्टर्स किया। शिवराज सिंह को गोल्ड मेडल मिला था।
इसके आलावा शिवराज सिंह आपातकाल में जेल गए थे। जनसमस्याओं को लेकर भी कई बार प्रशासन से टकराव मोल लिया और जेल भेजा गया। 1977 में आरएसएस के स्वयंसेवक बने। शिवराज सिंह ABVP परिषद में कई पदों पर रहे। वह तीन बार सांसद रहे और कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे। उनका लगातार तीन बार CM मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है।
वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ का जन्म 18 नवंबर 1946 को कानपुर में हुआ था। कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से बीकॉम किया है। छिंदवाड़ा से वह 9 बार सांसद चुने जा चुके हैं और केंद्र में मंत्री भी रहे। कांग्रेस में एक प्रतिष्ठित राजनेता हैं।
अब हम बात कर रहे है युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की। ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। सिंधिया ने देहरादून के दून स्कूल हावर्ड विश्वविद्यालय और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ाई की। वह 4 बार सांसद रहे हैं।
साथ ही ग्वालियर राजघराने में जन्मे सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया भी कांग्रेस से 9 बार सांसद रह चुके हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयराजे सिंधिया बीजेपी की बड़ी नेता रही हैं।