वाराणसी के रामघाट पर नवरात्र के आगमन और दिवाली की मौसमी आहट पर खुशियों का इज़हार करने पहुँचे थे लोग…

शबाब ख़ान (वरिष्ठ पत्रकार)
वाराणसी। जी हां, नवरात्र आ चुका है और बनारसी पूरी शिद्दत से नवरात्र धर्म का पालन कर रहे हैं। अब गुरु! ई न पूछ लियल कि नवरात्र धर्म का पालन कसईन होला पत्रकार बंधु? लेकन असली बनारसी मे कर्योसिटी कूट-कूट कर भरी रहती है।
सो, सुबह से अभी 11:20 तक एक ही बार बनाई गयी चाय जो अभी तक आधा भगौना बचा हुआ है, ननकु चाय वाले उसी को बार बार गर्म-ठंडा करने मे लगे हैं। हमें और हमारी आधा दर्जन खोजी पत्रकारों की टीम को देखकर चहक उठे। बोले, ‘कहां धूल-मिट्टी फांक रहे हैं, बैठे तनिक रेशमिया चाय पिला रहे हैं। साथी पत्रकारों में मेरे सहयोगी और करीबी ताबिश नें अपनी होंण्डा स्टनर साईड लगा दी। प्राह्यालाद, दिलशाद, ईमरान, मनीष, पंकज नें भी जगह झटक ली।
चाय उबल रही थी। चाय की असली खुशबु की जगह सड़े हुये चिकन को उबालने की महक जैसी ही मेरे नथुने में पहुँची मेरे दिमाग नें फट से “हेल्थ हैज़्जर्ड अलर्ट” का सिग्नल दे दिया। “अबे, नवरातन लगल हौ भूल गये का?” मैनें पूछा। चाय न पी सकल हौ, पत्नी पढ़ाए रहल सुबह। मैं और ताबिश निकल लिए, पीछे-पीछे सभी अपने चेहरे पर “धन्यवाद” का एक्सप्रेशन लिए मुझे देख रहे थे।
बहरहाल हम लोग अपनी मंजिल बनारस कोतवाली पहुंचें। कालभैरव चौकी इंचार्ज राजेश कुमार मिश्रा से हमने बातचीत कि तो उन्होनें बताया कि रामघाट पर एक दर्जन के लगभग जुआरियों द्वारा जुआ खेले जाने की सूचना मिला थी। यह भी जानकारी दी गई थी कि जुये के हो रहे खेल में बहुत लंबी-लंबी रकम का वारा-न्यारा हो रहा है।
हारा जुआरी अपनी रकम वापस पाने के लिए “अपनी 65,000-₹” कीमत की होण्डा एक्टिवा मात्र 24000- में बेच कर वो पैसा भी हार गया। तकरीबन 1 लाख रुपए हार चुका धीरेंद्र अब भी समझ नही सका की वह जिस दलदल में समा रहा है वहॉ से वापसी संभव नही है। लेकिन लालच नें उसके सैंमसंग गैलेक्सी लेटेस्ट मॉडल (कीमत 30000) लगभग को भी दॉव पर लगवा दिया। फौरन रिजल्ट आया और 10 मिनट बाद एक्टिवा, हारा हुआ कैश भी वापस मिल गया। अभी वह हिसाब लगा ही रहा था कि वह वास्तव में नुकसान मे है या कमाई कर रहा है।
सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए काल भैरव चौकी इंचार्ज ने अपने पुलिस दल बल के साथ वहां छापा मारा तो वहां कई जुआरी जुआ खेलते देखे गये। जिसमें से कई शातिर जुआरी पुलिस को देखते ही भाग गए पर दो जुआरीयों को पुलिस ने धर दबोचा। गिरफ्तार जुआरियों के पास से पुलिस नें 52 ताश के पत्तों की गड्डी, और 2100 रुपये नगद बरामद किया।
गिरफ्तार किये गये जुआरियों की पहचान धीरेंद्र यादव उर्फ दीपू निवासी रामघाट और चन्दन सिंह उर्फ नखरु निवासी चौहट्टा लाल खान, थानाक्षेत्र आदमपुर के रूप में पहचाना गया।
जुए में पैसों की लालच, हारा हुआ धन वापस पानें की छटपटाहट को उपर हमनें जो शब्द दिया है वह धीरेंद्र की मुंह से सबकुछ लुट जाने के बाद की कहानी बयां करती है।
ताबिश अहमद के साथ शबाब ख़ान की रिपोर्ट