मीनाक्षी मिश्रा,
अमेठी। वैसे आम तबके का मामला होता है तो पुलिस हीलाहवाली करने के भाँति-भाँति के हथकण्डे अपनाती है। किंतु देखना दिलचश्प होगा कि यदि स्वयं पीसीएस अधिकारी ही ठगी का शिकार हो जाये तो पुलिस की कारगुजारी क्या रहती है?
अनेकों बार मीडिया में एटीएम के जरिये ठगी करने वाले व साइबर क्राइम के जरिये ठगी करने वाले गिरोहों का पर्दाफाश होता रहता है। जो कि बेहद शातिराना तरीके से ठगी को अंजाम देते हैं। और लोगों को कभी लॉटरी का लालच देकर या नं ब्लॉक होने का डरावा देकर पिन कोड व अकाउंट की जानकारी लेते हैं। उसके पश्चात ठगे गये व्यक्ति का अकाउंट बैलेंस खाली हो जाता है। और ठग पैसे लेकर चम्पत हो जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला जनपद अमेठी में सामने आया है। जहाँ पर पीसीएस रैंक के अधिकारी ठगी का शिकार हो गए। दरअसल मामला विधानसभा अमेठी का है। जहाँ पर नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत विश्व दीपक ठगी का शिकार हो गए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते बुधवार को नायब तहसीलदार के सरकारी नम्बर पर एक फ़ोन आया कि आपका एटीएम नं. ब्लाक होने वाला है।
फ़ोन करने वाले ने कहा कि आप अपना कोड बता दीजिए। उसके बाद पैसा निकलने का मैसेज नायब तहसीलदार को प्राप्त हुआ तो जानकारी हुई कि 50 हज़ार रुपये खाते से निकाल लिये गये हैं। वही नायब तहसीलदार ने मामले के बाबत शिकायत दर्ज कराने की बात कही है।