धरा गया लेखाकार रंगे हाथ! डीएम ने दिये कड़ी कार्यवाही के आदेश….

मीनाक्षी मिश्रा
जनपद अमेठी। वैसे तो योगी सरकार लगातार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के अनेक दावे कर रही है। किन्तु पूर्व से मलाई काटने वाले बाबुओं की नीयत में कोई सुधार दृष्टब्य नहीं है।
आये दिन घुसखोरी के नए पैतरे अपनाने वाले बाबू आख़िरकार कैमरे में कैद हो ही गए।
दरअसल ऊपरी स्तर पर लगातार तबादले किये जा रहे हैं किंतु निचले तबके के कर्मचारी… चाहे बात करें थाने की या अन्य सरकारी दफ्तरों की अभी भी जमे हुए हैं। साथ ही उनके पूर्व के खाऊ रवैये में परिवर्तन दूर की कौड़ी साबित हो रही है।
जरा ठहरिये हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं जिसको सुनकर आपके होश पख्ता हो जाएंगे। वैसे यह बात दीगर है कि सभी नौकरशाह भ्रष्ट नहीं होते। लेकिन ऐसे अफसरों की संख्या ना के बराबर है। वैसे बीती सरकार सर्वाधिक चर्चा भ्रष्टतंत्र की हुई थी। जिसके चलते तख्ता पलट हुआ व सूबे में भाजपा की स्वच्छंद सरकार का गठन हुआ। किन्तु अनेकों प्रयासों के बावजूद भ्रष्टाचार को जड़ से नही खत्म किया जा सका है।
वहीं यूपी मे कई भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और रेप के अनेक मामले चर्चा का विषय बने हुए है। जिसके लिये अमेठी लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। इन सबके दरमियान अमेठी में योगी सरकार के एक लेखाकार पर घूस लेतेे हुए एक कथित वीडियो सामने आया है।
दरअसल ये मामला यूपी के अमेठी जनपद जामो ब्लॉक का है जहाँ ब्लॉक के लेखाकार फाइल पास करने के नाम पर खुलेआम रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गए है।
यहां देखें वीडियो…
रिश्वतखोरी के इस मामले में एक व्यक्ति से लेखाकार महोदय खुलमखुल्ला उसका काम करने की एेवज़ में पैसों की लगातार मांगकर रहे थे, लाख कोशिशों के बावजूद जब उस व्यक्ति का काम बिना पैसे दिये नहीं हुआ तो उसने रिश्वतखोर अधिकारी को सबक सिखानें की ठान ली।
उस व्यक्ति नें अपनी फाईल में नियमानुसार पैसे तो रख दिए लेकिन फाईल लेखाकर महोदय को देते समय रिश्वतखोरी की इस पराकाष्ठा को अपनें मोबाईल से रिकार्ड कर लिया, और वीडियो को सोशल मीडिया पर वॉयरल कर दिया।
वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि लेखाकार महोदय फाईल खोलकर बेझिझक पैसे निकालते हैं, पकड़े जानें के डर के बिना पैसे पहले गिनते है फिर जेब के हवाले कर देते है। पीड़ित व्यक्ति द्वारा बनाए इस वीडियो से सरकार की किरकिरी हो रही है।
हालांकि सरकार बनने के बाद आम जनता को लगा कि सरकार बदलने के बाद बहुत कुछ बदल जाएगा लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, उसे लग रहा है कि सरकार तो अधिकारी और नेता चलाते हैं और दोनों को ऊपरी कमाई से प्रेम होता है इनके घरों मे इनकी तनख़ाह की गिनती नहीं होती है, वे गलत तरीके से कितना कमा कर लाये। उसकी गिनती होती है और ये खुद भी करते हैं जब सरकारी विभाग मे इस प्रवृत्ति के लोग हों, तो एक संत मुख्यमंत्री के लिए भी उन पर अंकुश लगाना कठिन होता है।
वहीं मामले के बाबत सीडीओ महोदया ने मीटिंग का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से मना कर दिया। जबकि जिलाधिकारी ने स्वयं संज्ञान लेते हुए कहा कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार में लिप्त किसी नौकर शाह को बख्शा नही जायेगा। साथ ही आरोपी लेखाकार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उसे ससपेंड करते हुए कड़ी विधिक कार्यवाही की जायेगी।