
मीनाक्षी मिश्रा
जनपद अमेठी। औरत को आदिकाल से देवी के रूप में पूजा जाता रहा। किन्तु जैसे-जैसे आधुनिकता बढ़ती जा रही पढ़ी लिखी सोसाइटी में, औरत की दशा दयनीय होती जा रही।
ऐसे में दीगर प्रश्न यह है कि औरतों के हक में लंबे चौड़े कानून बनने के बावजूद औरत के हालात बद से बद्तर होते जा रहे। चाहे वह सपा सरकार के वक्त की बात करें या भाजपा सरकार के समय की औरत के हालात में कोई सुधार द्रष्टब्य नही है।
बात करें हिन्दू औरतों की तो उन्हें क़ानूनी तौर पर दहेज़ उत्पीड़न, तलाक का मसला आदि के लिये लड़ने के लिये सशक्त कानून मिला हुआ है फिर भी प्रतिदिन दूधमुही बच्चियों से लेकर पचास साल की अधेड़ औरत तक सभ्य समाज में सुरक्षित नही है व उनकी आबरू लूटने के साथ साथ विकृत मानसिकता के लोग दहेज़ उत्पीड़न के द्वारा भी दर्दनाक मौत देने में नहीं हिचकते।
वहीं बात की जाये मुस्लिम समुदाय की तो यहाँ भी महिलाओ की दशा दयनीय है। कई बार हलाला का मुद्दा जोर-शोर से मीडिया द्वारा उछाला जाता है। किंतु बड़ा प्रश्न यह है कि जो महिलाएं दहेज़ उत्पीड़न का शिकार होकर दर दर की ठोकरें खाने के लिये मजबूर हैं। उनके लिये क्या उपाय किये जा रहे हैं।
ऐसा ही अत्यंत मार्मिक मामला जनपद अमेठी के कोतवाली मुसाफिरखाना से आया है। जहाँ पर एक तीन दिन के दूध मुहे बच्चे को लेकर एक विवाहित महिला प्रसव पीड़ा से अभी उभरी भी नही दी की पती द्वारा उसे बेल्ट से पीट पीटकर अधमरा कर दिया गया। इससे घृणित दशा शायद ही इस सभ्य समाज की कभी देखने को मिलती हो।
दरअसल सायरा बानो पुत्री नवाब अली ग्राम पूरे ठकुराइन मजरे गंगेरवा थाना मुसाफिरखाना की शादी 23 मई 2016 को कासिमपुर थाना बाजार शुक्ल निवासी राशिद अली पुत्र साबिर अली के साथ हुई थी। पीड़िता के अनुसार तभी से यह लोग प्राथिनी को दहेज के लिए परेशान करते थे। पीड़ित सायरा बानो ने 3 दिन पूर्व ही एक नवजात पुत्र को जन्म दिया है। और 2 जून 2017 को पति ने सायरा बानो को दहेज ना लाने के कारण उसे बेल्ट से पीट पीट कर उसके मायके के पास मोटरसाइकिल से लाकर छोड़ कर चला गया है।
अपनी मां के साथ पहुंची पीड़िता ने आज समाधान दिवस में अपर जिलाधिकारी अमेठी एस एन यादव और एसडीएम अभय कुमार पांडेय मुसाफिरखाना सीओ सिद्धार्थ मुसाफिरखाना थानाध्यक्ष दिलीप सिंह के सामने रो-रो कर अपनी व्यथा बताई। और अपना शरीर पर मारपीट होने के निशान भी दिखाए। पीड़िता के चेहरे पर चोट के निशान और पैर के निचले हिस्से में भी चोट के निशान दिखाई दे रहे थे।
वहीं सूचना पर संज्ञान लेते हुए थाना अध्यक्ष दिलीप सिंह ने तत्काल प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दीवान को दिया और पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए सीएचसी मुसाफिरखाना भेजे दिया है। थाना अध्यक्ष दिलीप सिंह ने बताया कि जो भी कानूनी कार्रवाई होगी की जाएगी पीड़ित की माँ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।